Friday, 4 January 2019

हिंदुस्तान की महारानी , सभी हिन्दू की माँ हिंडिम्बा !

मध्य भारत में मूल भारतीय , आदिवासी , आदिवंशी , नेटिव का राज निरंतर रहा है जो महाभारत काल में भी अस्तित्व में था। जिसे मायावी वन कहा गया वो दर असल आदिवासी का मध्य भारत , गुजरात , महाराष्ट्र , मध्य प्रदेश , झारखंड , छोटा नागपुर , बस्तर आदि मिल कर आदिवासी पुरातन राज्य था जिस की महारानी हिंडिबा थी और उसका सेनापति उसका भाई हिडिम्ब था।

हिडिम्बा का मतलब होता है हिन्दू की माँ या बा। बा का मतलब भी गुजराती में माँ होता है। हिंडिबा हिंदुस्तान की मलिका , महारानी थी। वो आदिवासी यानि मूल भारतीय , नेटिव हिन्दू थी। उसका धर्म नेटिव हिन्दू धर्म था जो विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म से अलग था और उनका आराध्य भगवन शिव थे। भगवन शिव आदेश से ही शिव काल से शिव गण आदिवासी , मूल भारतीय , हिन्दू रक्षक वैदिक ब्रह्मिन धर्म के होम हवन को उध्वस्त करते रहे है जो हम रामायण में भी देखते है।

महारानी हिडिम्बा के साम्राज्य में जब पांडव अपनी जान बचने के लिए ,लक्ष गृह की आग से भागे तो उन्हों ने ऐसी हिडिम्बा माहरणी के राज्य में शरण ली। पांडव भी नाग वंशी और नेटिव हिन्दू ही थे जिस कारण कुंती ने भीम की शादी आदिवासी महारानी हिडिम्बा से करने का प्रस्ताव रखा और उनकी शादी हो गयी। उन्हें घटोत्कच नाम का पुत्र हुवा वो पांड्वोका सबसे बड़ा बीटा था. और मध्य भारत के महारानी का पुत्र बहुत ही बलशाली , युद्धमे निपुण था। जिस ने महाभारत युद्धमे अपनी निर्णायक भूमिका निभाई और वीरगति प्राप्त की।

सभी हिन्दू हम इसी हिंडिमा अर्थात हिंदी माँ के वंशज है इस देश का नाम भी हिंदुस्तान ऐसी सम्राधनी से मिला है। हम हिन्दू है , हिंदुस्तानी है हिडिम्बा माता के बेटे है , आदिवासी है , मूल भारतीय है , नेटिव है।

नेटिविस्ट डी डी राउत ,
विचारक ,
मूल भारतीय विचार मंच
प्रचारक ,
सत्य हिन्दू धर्म सभा

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