Monday, 17 September 2018

नेटिव रूल मूवमेंट : सारांश :

नातिविज़्म यह हमारा गुरु है , नेटिव हिंदुत्व यह हमारा मार्गदर्शन इस विचार को लेकर नेटिविस्ट दौलतराव डोमाजी राउत ने अपना काम सं १९७० से पौनी के बौद्धिक मंडल से शुरू किया।  इस विचार को उसी समय सभी उपस्थित लोगो ने ख़ारिज किया केवल एक मित्र ये कहते रह गए सुन लो सुन ने में क्या हर्ज है।  नया विचार है।

नेटिविज़्म की व्याख्या हमने उस समय भी यही की थी जो आज कर रहे है , नेटिविज़्म यह वो सम्पूर्ण नया राजकीय दर्शन है , विचार है जो नेटिव नेशन की निर्मिति के लिए काम करता है और विश्व में जहा भी नेटिविज़्म का आंदोलन चल रहा है उसका समर्थन करता है।  नेटिविज़्म वसाहतवाद , ब्रह्मिणवाद और अमर्याद पूंजीवाद का पुरजोर विरोध करता है।

नेटिव हिंदुत्व को हम ने हमारे हिंदुस्तान के लिए और जहा जहा ब्राह्मण , ब्रह्मिणवाद , ब्राह्मण धर्म जो की वास्तव में अधर्म है की समाप्ति के लिए नेटिव हिंदुत्व का विचार हम हमारा मार्गदर्शन मानते है जिस में यह साफ साफ कहा गया है की हिन्दू धर्म और ब्राह्मण धर्म अलग अलग है।  ब्राह्मण धर्म का ग्रंथ वेद और कानून मनुस्मृति है जो वर्ण, जाती , ऊंचनीच , भेदभाव , ब्राह्मण पांडा , पुजारी , जनेऊ , होम हवन , रेपिस्ट गोड्स जैसे ब्रह्मा , विष्णु , इंद्रा , सोम , रूद्र आदि की पूजा मानते है , हव्यमे , गाय  , घोडा आदि पशु की बलि दी जाती है , सोम रस और खुला व्यभिचार किया जाता है।  यह ब्राह्मण वैदिक धर्म ( अधर्म ) विदेशी ब्राह्मण जो की युरेसिआ  से ईरान के मार्ग से होते हुवे आये उन आकर्मण कारी वैदिक ब्राह्मण अपने साथ लाये और नेटिव हिन्दू , हिंदुस्तान की जानी मानी हिन्दू सिंधु संस्कृति को तहस नहस किया , लोगो को मारा , जलया, खून किया और अपना ब्राह्मण अधर्म फ़ैलाने में कुछ हद तक कामयाब हुवे।  ये विदेशी ब्राह्मण हिन्दू और हिंदुस्तान के दुश्मन है।

मध्य युग में धर्मात्मा कबीर ने फिर सत्य हिन्दू धर्म अपनी वाणी बीजक में बताया वही शुद्ध  हिन्दू धर्म है वही एक मात्र हिन्दू धर्म ग्रन्थ है जिस में वैदिक ब्राह्मण धर्म , वर्ण जाती , जनेऊ , ब्राह्मण आदि सभी पूरी तरह नाकारा गया है।  यह है हमारा नेटिव हिंदुत्व जो हम पुनर्स्थापित करेंगे ! विदेशी ब्राह्मण भगाएंगे , ब्रह्मिन अधर्म मिटाएँगे।  इस लिए हम कहते है हिन्दू वोही , जो ब्राह्मण नहीं , जनेऊ छोडो , भारत जोड़ो , विदेशी ब्राह्मण भारत छोडो।

नेटिविज़्म और नेटिव हिंदुत्व के काम के लिए हमने नेटिव रूल मूवमेंट के तहत मूल भारतीय विचार मंच , नेटिव पीपल्स पार्टी,सत्य हिन्दू धर्म सभा आदि इकाईया बनायीं है।

नेटिव पीपल्स पार्टी सन १९९० से रजिस्टरड पोलिटिकल पार्टी है जो कई चुनाव लड़ चुकी है और एक विधायक भी चयन कर लायी है।  वर्तमान में पार्टी को चुनाव आयोग ने डीलिस्ट लिया है और इनकम टैक्स डार्टमेन्ट से सर्कार जांच करा रही है जस में हम पूरी तरह सहयोग कर रहे है।

मूल भारतीय विचारम मंच हमारा टिंक टैंक है जो विविध विषय पर चर्चा  कर नेतृण निर्माण करें के लिए वर्क शॉप आयोजित करता है।  जिस का निर्माण सन1987 किया गया।

सत्य हिन्दू धर्म सभा  हिन्दू जागृति के लिए सत्य हिन्दू धर्म बताने का काम करता है

नेटिविस्ट डी डी राउत
अध्यक्ष
नेटिव रूल मूवमेंट

Friday, 14 September 2018

हिंदूंचे अनेक सण सार्वजनिक स्वरूपाचे

हिंदूंचे अनेक सण सार्वजनिक स्वरूपाचे , जसे दसऱ्याला दहा तोंड्या विदेशी ब्राह्मण रावणाचा सार्वजनिक दहन ,जाळणे , पोळ्याला सर्व नेटिव्ह शेतकरी चौकात बैल जोडी सजवून आणणे , होळी ला सामुदायिक स्वरूपातून सण साजरा करणे , रंग पंचमी साजरी करणे इत्यादी . पण या सव हिंदू सणात विदेशी ब्राह्मण , पांडा , पुजारी नाही , भट नाही . मात्र भट मान्य टिळकाने भटांचे पोट भरण्या साठी गणेश उत्सवात गैर हिंदू धर्मी भट पुजारी शिरविला , सार्वजनिक उत्सव साजरा करणे पेक्षा , भटांची पोटापाण्याची सोया करणे हाच त्या मागील उद्धेश होता . ब्राह्मण लोग विदेशी आहेत , त्यांचं वैदिक ब्राह्मण धर्म विदेशी वेड आणि भेद मानणारा आहे . तो हिंदू नाही , हिंदुस्थानी नाही पण भटाला दिली ओसरी आणि भट हळू हळू पाय पसरी हि उक्ती खरी ठरली . नेटिव्ह लोक जे मूर्तिकार आहेत , गणेश मूर्ती घावितात त्याला जानवे दाखविणे बंद करा , भट बोलाविणे बंद करा , हिंदू चे सर्व सण विदेशी ब्राह्मीना शिवाय साजरे केले जात होते , अजूनही जातात . हिंदू ना विदेशी ब्राह्मण जे मुळात हिंदू विरोधी , हिंदुस्थान चे दुश्मन आहेत त्यांची गरज नाही . हिंदू वोही , जो ब्राह्मण नाही हे लक्षात ठेवा आणि तसे वागा !

नेटिविस्ट डी डी राऊत ,
प्रचारक ,
सत्य हिंदू धर्म सभा